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स्टेटस सब चेक करते हैं-Hindi Kahani | Society Story in Hindi

Society Story in hindi

Society Story in hindi
Society Story in hindi

Society Story in Hindi दर्शाती है कि कैसे एक society हमारी भावनाओं पर असर डालती है।

ये मात्र एक कमेंट था कि बिना नौकरी के भी राधिका कितनी व्यस्त है।

आज राधिका को अपने मन की बात कह कर बहुत सुकून मिला और वो जिस तरीके और सलीके से अपनी बात कह रही थी उसे देख कर अमित भी दांग रह गया था, शायद इसे ही ज़िन्दगी की सीख कहते हैं ।

राधिका ने अपनी पढ़ाई जैसे ही पूरी की उसकी शादी हो गयी और छोटे शहर से बड़े शहर में जाकर रहना उसके लिए उतना आसान भी नहीं था । इस शहर में कोई किसी को बुलाता नहीं था बस देखते रहते थे जो राधिका को बहुत अजीब लगता था, पर सारा दिन काम में कब निकल जाता उसे पता नहीं लगता और साथ में उसकी ख़ास सहेली जो उसे बहुत प्यारी थी “नींद” वो उसके साथ अपना समय बिता लेती थी पर शाम का वक़्त बहुत मुश्किल से कटता था ।

राधिका के घर के आस पास सारी बड़ी उम्र की औरतें थीं और थोड़ी बहुत काम काजी औरतें लेकिन कोई भी राधिका से बात नहीं करता था शायद उसका घर किराए का था या फिर तीसरी मंजिल पर, वो सोचती थी लेकिन समझ नहीं पाती थी ।

Society Story in Hindi

धीरे धीरे समय बीता और राधिका को पता चला कि वो माँ बनने वाली है तो बस अब उसको व्यस्त रहने का एक और माध्यम मिल गया । एक दिन उसने अपने घर के सामने रहने वाली हमउम्र लड़की को आवाज़ लगाकर पूछा आज काम पर नहीं गयीं , तो उसने ना में सर हिला दिया । धीरे धीरे राधिका ने उससे दोस्ती कर ली और ये दोस्ती इतनी गहरी हो गयी कि उसे शहर में कोई अपना मिल गया जिससे वो अपने दिल का हाल सांझा कर सकती थी।

Emotional Hindi Story
Society Story in Hindi

अमित को भी अच्छा लगा कि राधिका का अकेलापन दूर हो गया क्यूँकि वो अभी जॉब तो कर नहीं पा रही थी और धीरे धीरे दीप्ति के पति और राधिका के पति भी आपस में दोस्त बन गए और अब तो हर जगह घूमना फिरना भी साथ साथ होता था। राधिका बहुत खुश थी कि शायद भगवान् ने उसका अकेलापन दूर करने के लिए किसी को भेजा है लेकिन कहते हैं न हर रिश्ते की एक मर्यादा होती है चाहे फिर वो खून का रिश्ता हो या दोस्ती का , हर रिश्ते में एक चीज़ की ज़रुरत होती है और वो होती है इमानदारी

Society Story in Hindi

राधिका ने कुछ समय नौकरी की और फिर से उसे वो छोड़नी पड़ी , पर इस बात को लेकर दीप्ति उसे किसी न किसी तरीके नीचा दिखाती थी । राधिका ने शुरू में दोस्ती के लिए सब कुछ सहन किया लेकिन फिर उसे लगा कि अगर सामने वाले को मेरी भावनाओं की कद्र नहीं तो मैं क्यूँ चिंता करूँ।

कैसी लगी आपको Society Story in Hindi

कैसे दूर रहें बुरे लोगों से https://www.youtube.com/watch?v=W3mWyxJWizQ

Written by Geetanjli Dua